कर्बला में शहीद हुये अट्ठारह बनी हाशिम की याद में लोगो ने आँसू बहाये।
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उतरौला (बलरामपुर)
आज से चौदह सौ वर्ष से अधिक वर्ष पूर्व उस समय के क्रूर शासक यज़ीद द्वारा कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन अ०स० के परिवार और साथियों समेत 72 की संख्या में कत्ल कर दिया गया
कर्बला के बहत्तर शहीदों में शहीद इमाम हुसैन अ०स० के घराने के 18 लोग जो कि कर्बला में शहीद हुवे उनकी याद में पिछले 15 वर्षो से उतरौला में 18 बनी हाशिम ख़ानदाने बनी हाशिम की याद में उनकी ताबूतों की शबीह बना कर ज़्यारत करवाई जाती है जिसमे लोग बहोत अक़ीदत से भाग लेते है इसी क्रम में एक मजलिस स्व० रज़ा हुसैन आब्दी (यावर हुसैन) के इमामबाड़े पटेल नगर में हुई जिसकी ज़ाकिरी मौलाना इब्ने अब्बास साहब बाराबंकी ने की मजलिस में अज़ादारी को बेहद सादगी से करने की बात कही जिससे हुसैन की माँ शहज़ादी फ़ात्मा ज़हरा को सही पुरसा दिया जाये मजलिस के बाद 18 बनी हाशिम की ताबूतों की व अलम हज़रत अब्बास अ०स० और शबीहे ज़ुल्जेनाह इमाम हुसैन की ज़्यारत करवाई गयी
जिसकी नक़ाबत शबाब जलालपुरी ने की और अज़ादारो को एक एक मसायब सुनाये जिस पर अज़ादारो ने अश्क (आँसू) बहाये अंत में अंजुमन कमरे बनीहाशिम उतरौला ने सीनाज़नी की अंजुमन के साहबे बयाज़ अली हसन व जाफ़र ने नोहा पढ़ा और अलहाम उर्फ अल्लू ,काशान ,ओन ,मोहम्मद, अशरफ, रज़ा, मन्ने ,बिलाल, यासिर , शहंशाह, खुर्शीद बाबा, इरफान हैदर इफ्फू ,अमान ,अहेसन जाफ़री ,अहेसन ,अलीअब्बास ,अली हसन जाफ़री जौन आब्दी मुसय्यब जाफ़री , अनीस उतरौलवी जज्जन जाफ़री सैफ़ अली रिज़वी , मास्टर शारिब समीर रिज़वी हेलाल रिज़वी अज़ीम जाफ़री आदि ने शबीहो की ज़्यारत कराई ।
प्रोग्राम में लोगो ने इमाम हुसैन पर जम कर आँसू बहाये कोविड 19 गाइड लाइन का पालन किया गया।
प्रोग्राम में फहमीद रज़ा ,अनीसुल हसन ,मेहन्दी वकील हसनैन अली आब्दी , सईद अख़्तर , मौलाना सिब्तेहैदर साहब मौलाना मोहम्मद अली साहब मौलाना जायर अब्बास साहब इज़हरुल जाफ़री डॉ नेहाल मोजिज़ हैदर अली सफ़दर उतरौलवी ऐमन रिज़वी शम्मू अम्मार दानिश रज़ा हसन अनुश आदि ने हिस्सा लिया ।