ससुराल से प्रताड़ित महिला को थाना पुलिस से नहीं मिली मदद, न्याय की आस में पीड़िता पहुँची वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय,
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जौनपुर
खेतासराय थाना अंतर्गत ग्राम जमदहाँ के तिलकधारी के पुत्र मिन्टू प्रजापति ने मुंबई शहर में सुनीता नामक युवती से पांच वर्ष पूर्व विवाह किया था सुनीता अपने पति के साथ मुम्बई के कल्याण में हंसी खुशी रह रही थी। पति पत्नी के संसर्ग से एक बच्ची पैदा हुई जिसकी उम्र लगभग डेढ़ वर्ष है। और इस समय सुनीता पुनः गर्भवती है।
पीड़िता सुनीता ने अपने पति एवं ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ना झेलते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल सहित जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय साहनी को एक प्रार्थना पत्र देते हुए गुहार लगाई हैं । जिसमें उसने अपने पति पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसका पति मिन्टू प्रजापति उसे और उसकी मासूम बच्ची को 6 माह पूर्व महाराष्ट्र के कल्याण में अकेला छोड़कर जौनपुर अपने गांव जमदहाँ आ गया, पीड़िता सुनीता तीन महीने तक अपने पति का इंतजार करने के बाद किसी तरह अपनी मासूम बच्ची के साथ अपने पति के गांव मौजा जमदहा थाना खेतासराय जिला जौनपुर आ गई लेकिन उसके पति के परिवार के लोग उसे घर में नहीं घुसने दिए। जिसकी शिकायत हेतु पीड़िता सुनीता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई थी जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल मामले को गंभीरतापूर्ण संज्ञान में लेते हुए थानाध्यक्ष यजुवेंन्द्र सिंह खेतासराय को पीड़िता सुनीता को उसके ससुराल में रहने के लिए निर्देशित किया गया था। जिस पर थानाध्यक्ष द्वारा सुनीता को उसकी बच्ची के साथ उसे ससुराल में दाखिल कराया गया लेकिन उसके बाद उसका पति मिंटू घर से बिना कुछ बताए मौका देखकर फरार हो गया। तब से लगातार अपनी बच्ची के साथ सुनीता अपने ससुराल में रह रही थी। बता दें की दिनांक 23 सितंबर 2022 को समय करीब 10 बजे सुनीता का देवर पिंटू, नंद नेहा, सास निर्मला, ससुर तिलकधारी द्वारा सुनीता को मारपीट कर उसका मोबाइल फोन तोड़ कर उसके समस्त जेवरात, कपड़ा, रुपया, पैसा लेकर घर से निकाल दिया गया।
जिसके बाद पीड़ित सुनीता किसी प्रकार स्थानीय थाना खेतासराय पहुंच कर थानाध्यक्ष यजुवेंन्द्र सिंह को आपबीती बताई जिसके बाद थाना पुलिस द्वारा पीड़ित सुनीता को उसके ससुराल लेकर पहुँची लेकिन पुलिस के पहुंचने के पहले उसके ससुराल के सभी सदस्य घर में ताला बंद कर मौके पर हट बढ़ गए थे जिससे बाद थाना पुलिस ने पीड़ित सुनीता को क्षेत्रीय प्रधान के यहां यह कहते हुए छोड़ कर चलते बने कि जब सुनीता के ससुराल वाले आ जाएंगे तो इनको उसके ससुराल पहुचवा दीजिएगा, बड़ी हैरत की बात यह है कि जो काम खेतासराय थाना पुलिस को करना चाहिए था वह काम क्षेत्रीय प्रधान को सौपते हुए थाना पुलिस अपना पल्ला झाड़ कर चलती बनी। जिसका खामियाजा आज तक पीड़ित सुनीता अपनी मासूम बच्ची सहित भोगने को मजबूर हुई हैं, वही जब सुनीता के ससुराल के लोग पुलिस के चले जाने के बाद वापस आए तो क्षेत्रीय प्रधान द्वारा सुनीता को उसके ससुराल में दाखिल कराने का प्रयास किया गया तो ससुराल के सभी लोगों द्वारा गाली गलौज व मारने पीटने की धमकी देने लगे। पीड़िता सुनीता अपने ससुराल के लोगों के क्रियाकलाप से काफी भयभीत हो गई है। क्योंकि सुनीता के ससुराल वालो ने उसे जान से मार कर खत्म कर देंगे धमकी दिए हैं। यदि समय की नजाकत को देखते हुए खेतासराय थानाध्यक्ष यजुवेंन्द्र सिंह द्वारा कार्यवाही सुनिश्चित किया गया होता तो आज पीड़ित सुनीता को महाराष्ट्र से लेकर जौनपुर तक भटकना न पड़ता।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशों का सही ढंग से पालन करते हुए थानाध्यक्ष खेतासराय यजुवेंन्द्र सिंह द्वारा पीड़ित सुनीता के ससुराल वालों को थाने पर बुलाते हुए समझा बुझा दिए होते तो आज पुनः पीड़ित सुनीता को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंच कर अपने साथ हो रहे अन्याय की गुहार न लगाना पड़ता। पीड़ित सुनीता ने आज दिनांक 28/09/2022 को पुनः वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर न्याय की लगाई गुहार। की उसके साथ उसके ससुराल के लोगों द्वारा किए जा रहे प्रताड़ना के सम्बन्ध में जांच करते हुए उपरोक्त लोगों के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करते हुए उचित कार्यवाही कर उसे न्याय दिलाया जाए।
*पत्रकार तामीर हसन शीबू*