जब वन विभाग और पुलिस महकमे को जान बचाकर भागना पड़ा।
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जब वन विभाग और पुलिस महकमे को जान बचाकर भागना पड़ा।
सन 2018 में रेहरा बाजार की ग्राम सभा बढ़या फरीद खान के मंसाद पुरवा में जमीन को लेकर वन विभाग और कृष्ण कुमार तिवारी,राम मनोहर तिवारी और राम बुझारत में जमीन को लेकर एक मामला काफी अधिक चर्चा में आया।
वन विभाग के द्वारा जमीन खाली करवाने के लिए पुलिस बल के साथ सी ओ उतरौला भी मौके पर पहुंचे वन विभाग के द्वारा जमीन खाली करवाने की प्रक्रिया शुरू की गयी तब अचानक राम बुझारत, कृष्ण कुमार और राम मनोहर के छप्पर के घर मे अचानक आग लग जाती है और अफवाह फैलती है कि पुलिस प्रशासन और वन विभाग के द्वारा आग लगा दी है जिससे आक्रोशित ग्रामीणों का समूह पथराव शुरू कर देता है और वन विभाग और पुलिस महकमे को जान बचाकर भागना पड़ता है बाद में दो लोगों को पुलिस के द्वारा पकड़ा जाता है और उन्हें जेल भेज दिया जाता है। जब कि पीड़ित परिवार का कहना है कि जमीन जंगल विभाग की नहीं है कई पीढ़ियों से हम लोग यहां रह रहे हैं केवल रंजिसन हमारे घर को तोड़वाकर आग लगाई गयी मामला आज भी न्यायालय में चल रहा है।