विकास खण्ड उतरौला के 21ग्राम पंचायतों सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर उसे स्मार्ट सिटी बनाने के लिए चयन किया गया है।
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उतरौला
स्मार्ट सिटी बनने से शहरों की तरह गांवों में कही भी कूड़ा कचरा नहीं रहेगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत चलाए गए इस अभियान में शहरों की तरह गांव भी दिखाई पड़ेंगे।
प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान मिशन के तहत शासन ने विकास खण्ड उतरौला के ग्राम पंचायत पिपरा राम, भैरमपुर,पेहर, रमवापुर कलां, रेन्डवलिया, शेरगज ग्रिन्ट, देवरिया जंगली, जाफराबाद, नया नगर विशुनपुर, बकसरिया, बरमभारी, बासूपुर,बड़हरा कोट, मधुपुर, महिली, महमूदाबाद ग्रिन्ट, महुवाधनी, मोहम्मद नगर ग्रिन्ट, मसीहाबाद, बिरदा बनियाभारी का चयन किया गया है। इस गांव से निकलने वाली गन्दे पानी का निस्तारण करने के लिए सोकपिट, खाद गड्ढा बनाता जाएगा तथा कूड़ा बाक्स, प्लास्टिक बैग, सूखा व गीला कचरा इकट्ठा करने के लिए बाक्स रखा जाएगा। इसके कूड़े को इकट्ठा करने को लिए कूड़ा निस्तारण केंद्र गांव में बनाया जाएगा। इसमें कचरे की छंटाई करके रद्दी, प्लास्टिक व शीशा आदि को अलग अलग करके उससे कम्पोस्ट खाद भी बनाया जाएगा। इसके कम्पोस्ट खाद के विक्रय से ग्राम पंचायत की आय बढ़ेगी।
सरकार ने 21 ग्राम पंचायतों में प्रथम चरण में तीन गांव उतरौला ग्रामीण, जोगीवीर, मानापार बहेरिया में योजना को पूरा किया जा रहा है। प्रथम चरण का काम इस वित्तीय वर्ष में पूरा होने के बाद द्वितीय चरण का काम शुरू कराया जाएगा।
अशोक कुमार दूबे एडीओ पंचायत विकास खण्ड उतरौला बताते हैं कि
विकास खण्ड उतरौला में गांव में स्वच्छता अभियान में गांव को साफ सुथरा रखने के लिए ग्रामीणों को कूड़ा कचरा एक जगह फेंकने व साफ सफाई रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। कूड़े कचरे को एम आर एफ सेन्टर पर ले जाने के लिए सफाई गाड़ी पर कूड़ा इकट्ठा करके उसे सेन्टर पर पहुंचाया जाएगा।
खण्ड विकास अधिकारी उतरौला सुमित सिह बताते हैं कि सरकार द्वारा विकास खण्ड उतरौला में लगभग पांच हजार की आबादी वाले गांव के चयन किए गए 21 ग्राम पंचायतों में योजना लागू होने पर गांव भी शहर की तरह साफ सुथरा दिखाई पड़ेंगे। इससे इसे स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की मंशा है। इससे गांव व शहर में कोई फर्क नहीं दिखाई पड़ेगा।